वास्तु के अनुसार कैसा हो स्नानघर?


वास्तु के अनुसार स्नानघर
घर का वातावरण स्वास्थ्यानुकूल व सकारात्मक बनाने के लिये जहां घर की साफ-सफाई आवश्यक है, वही पूरे दिन की स्फूर्ति, ताजगी के साथ-साथ शरीर को स्वस्थ रखने के लिये शरीर की नित्य सफाई भी आवश्यक है। इसी कारण घर का स्नानघर बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। स्नानघर की महत्ता को हमारे प्राचीन दिव्य दृष्टा ऋषि-मनीषियों ने समझा और केवल स्नान के द्वारा ही नवग्रहों की शांति के उपाय अविष्कृत किये, जिनकी चर्चा किसी अन्य ब्लाॅग में करेंगे। यहां प्रस्तुत हैं स्नानघर (Bathroom) के लिये कुछ वास्तु जानकारियां- लेखक-संजय कुमार गर्ग  sanjay.garg2008@gmail.com (All rights reserved.)
1- वास्तु शास्त्र के अनुसार स्नानघर का उचित स्थान पूर्व (E) दिशा है।

2-यदि बाथरूम-शौचालय (Attached Bathroom) रखना हो तो भवन के नैरूत (SW) व दक्षिण (S) दिशा के मध्य में या नैरूत (SW) व पश्चिम (W) दिशा के मध्य में बनाया जा सकता है।
 
3-यदि भवन पश्चिममुखी (West Facing) हो तो स्नानघर (Bathroom) पूर्व (E) या वायव्य (NW) में बनाना चाहिये।
यू पी के मिनी कुंभ गढ़ मेले में घूमिये और गंगा में मानसिक स्नान करके धर्म लाभ उठाइये!
4-यदि भवन पूर्व मुखी (East Facing) है तो स्नानघर (Bathroom) आग्नेय (SE) व पूर्व (E) के मध्य बनाना चाहिये।
 
5-यदि भवन उत्तरमुखी (North Facing) है तो स्नानघर (Bathroom) वायव्य (NW) व उत्तर (North) के मध्य में बनाना चाहिये।
 
लेखक-संजय कुमार गर्ग  sanjay.garg2008@gmail.com (All rights reserved.)
6-यदि भवन दक्षिणमुखी (South Facing) है तो स्नानघर (Bathroom) वायव्य (NW) में बनाना चाहिये।
 
7-यदि ईशान (NE) में स्नानघर (Bathroom) बनाना है तो ईशान हिस्से को पूरी तरह बन्द नहीं करना चाहिये अर्थात स्नानघर की छत की ऊंचाई घर की ऊंचाई से कम होनी चाहिये।
 
8-गीजर को ईशान (NE) हिस्से में कदापि नहीं लगाना चाहिये, इसे पूर्व (E) या आग्नेय (SE) में लगा सकते हैं।
 
9-शाॅवर (फव्वारा) ईशान (NE) या उत्तर (North) दिशा में लगाना उत्तम रहता है।
 
10-बाथटब को ईशान (NE) या पूर्व (E) दिशा में लगाना चाहिये।
 
लेखक-संजय कुमार गर्ग  sanjay.garg2008@gmail.com (All rights reserved.)
11-दर्पण (Mirror) को उत्तर (North) दिशा में लगाना चाहिये।
 
12-पूर्व (East) की ओर मुख करके स्नान करना सर्वश्रेष्ठ है।
आवश्यकतानुसार स्नान घर की नाप-
4'X6'         8'X11' 
6'X8'         4'X8'
11'X11'     4'X10'
8'X10'      10'X10'
[पाठकगण! यदि उपरोक्त विषय पर कुछ पूछना चाहें तो कमेंटस कर सकते हैं, या मुझे मेल कर सकते हैं
लेखक-संजय कुमार गर्ग  sanjay.garg2008@mail.com
 (चित्र गूगल-इमेज से साभार!)

6 टिप्‍पणियां :

  1. महत्वपूर्ण जानकारी ... आभार साझा करने के लिए .


    कभी फुर्सत मिले तो ….शब्दों की मुस्कराहट पर आपका स्वागत है

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. संजय भाई! ब्लॉग को पढ़ने व् कमेंट्स करने के लिए धन्यवाद!

      हटाएं
  2. यदि बाथरूम में सावर west में लगा हो तो उसका क्या प्रभाव घर के आदमी पे पड़ेगा उपाय बताबे

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. आनंद जी ! प्रभाव तो अवश्य पड़ेगा , उत्तम उपाय तो ये है कि इसे N या NE में शिफ्ट कर दें, यदि ये संभव नहीं हो तो नहाने वाला अपना मुख कम से कम N या NE में रखें! कमेंट्स के लिए धन्यवाद!

      हटाएं
  3. यदि बाथरूम में सावर west में लगा हो तो उसका क्या प्रभाव घर के आदमी पे पड़ेगा उपाय बताबे

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. आनंद जी ! प्रभाव तो अवश्य पड़ेगा , उत्तम उपाय तो ये है कि इसे N या NE में शिफ्ट कर दें, यदि ये संभव नहीं हो तो नहाने वाला अपना मुख कम से कम N या NE में रखें! कमेंट्स के लिए धन्यवाद!

      हटाएं

आपकी टिप्पणी मेरे लिए बहुमूल्य है!