ग्रहों की शांति के लिए अंगूठी पहने!

https://jyotesh.blogspot.com/2024/09/grahon-ki-shanti-ke-liye-anguthi.html
साथियों! प्रत्येक ग्रह की शांति के लिए अलग-अलग मंत्रों, यंत्रों व रत्नों का उल्लेख हमारी ज्योतिष ग्रन्थों में मिलता है, जिनके द्वारा प्रत्येक ग्रहों की नकारात्मक ऊर्जा को शांत किया जा सकता है। क्या आपको पता है जिस प्रकार प्रत्येक ग्रहों की शांति के लिए मंत्र, यंत्र व रत्न आदि हैं उसी प्रकार प्रत्येक ग्रहों की शांति के लिए एक धातु का भी उल्लेख हमारे पूज्य ज्योतिषिय ग्रंथों में मिलता है, जो व्यक्ति महंगे रत्नों को नहीं खरीद सकते वे अपने ग्रह विशेष की शांति के लिए इन धातुओं की अंगूठी को पहन कर लाभ ले सकते हैं। आज के आलेख में मैं प्रत्येक ग्रह की शांति के लिए उस ग्रह विशेष से संबंधित धातु का वर्णन कर रहा हूं, साथ ही उस धातु विशेष की अंगूठी को कब पहले, कैसे शुद्ध करें व किस उंगली में पहनें आदि के बारे में भी बता रहा हूं-

सूर्य-सूर्य के लिए रविवार के दिन प्रातःकाल गाय के कच्चे दूध व घी में डुबोकर तांबे की अंगूठी को शुद्ध करें। इसे अंगूठी को अनामिका (रिंग फिंगर) अंगूली में पहने, इससे सूर्य ग्रह अनुकूल होते हैं, तथा उनकी नकारात्मक ऊर्जा शांत होती है।

चंद्रमा-चंद्र ग्रह के लिए सोमवार के दिन सुबह गाय के कच्चे दूध व श्वेत चंदन में डुबोकर शंख की अंगूठी पहने, अंगूठी चांदी की बनी होनी चाहिए। इस अंगूठी को सबसे छोटी उंगली-लिटिल फिंगर में पहनना चाहिए।

मंगल-मंगल ग्रह की शांति के लिए मंगलवार के दिन प्रातःकाल गाय के कच्चे दूध में डुबोकर सोने-स्वर्ण की अंगूठी सबसे छोटी उंगली-लिटिल फिंगर में पहनें, और सस्ते विकल्प के रूप में आप तांबे का छल्ला व स्टील का कड़ा भी प्रयोग में ला सकते हैं। परन्तु ध्यान रखें जितनी शक्कर डाली जाती है, उतनी ही मिठास बढ़ती जाती है।

     बुध-बुध ग्रह के लिए बुध के दिन सुबह गाय के कच्चे दूध, घी, शहद, और श्वेत चंदन में डुबोकर चांदी की अंगूठी सबसे छोटी अंगुली (लिटिल फिंगर) में पहनें। कड़ा धारण करना, तांबे का छेदवाला सिक्का अपने पास रखना इसके और सस्ते विकल्प हो सकते हैं।

गुरू-गुरू ग्रह के लिए गुरूवार के दिन सुबह गंगाजल व चंदन में डुबोकर चांदी की अंगूठी तर्जनी उंगली (इन्डेक्स फिंगर) में पहनें। हाथ में कड़ा धारण करना भी इसका सस्ता विकल्प हो सकता है।

शुक्र-शुक्र ग्रह के लिए, शुक्रवार के दिन सुबह गाय के कच्चे दूध व शहद में डुबोकर प्लेटिनम की अंगूठी अनामिका अंगूली (रिंग फिंगर) में पहनें। 

शनि-शनि ग्रह के लिए, शनिवार के दिन शाम के समय गाय के कच्चे दूध में डुबोकर सीसे की अंगूठी मध्यमा अंगुली-मिडिल फिंगर में पहनेें। स्टील की अंगूठी व लोहे का छल्ला इसके सस्ते विकल्प हो सकते हैं।

राहु-राहु ग्रह के लिए, शनिवार के दिन दोपहर के समय गाय के दूध में डुबोकर लोहे की अंगूठी मध्यमा उंगली- मिडिल फिंगर में पहनें।

केतू-केतू ग्रह के लिए, मंगलवार या शनिवार की दोपहर को गाय के कच्चे दूध में डुबोकर सीसे की अंगूठी मध्यमा उंगली-मिडिल फिंगर में पहनें। इससे आपको लाभ मिलेगा।

तो साथियों आपको ये ज्योतिषिय आलेख कैसा लगा कमैंटस करके बताना न भूले, अगले आलेख तक के लिए मुझे आज्ञा दीजिए नमस्कार जयहिन्द।
प्रस्तुति: संजय कुमार गर्ग, वास्तुविद्, एस्ट्रोलाॅजर   

कोई टिप्पणी नहीं :

एक टिप्पणी भेजें

आपकी टिप्पणी मेरे लिए बहुमूल्य है!