तांबे (Copper) के बर्तन में खाना खाने के बेहतरीन फायदे!

तांबे (Copper) के बर्तन में खाना खाने के बेहतरीन फायदे!


तांबा (Copper) अपने आप में एक शुद्ध धातु होता है, इसमें किसी प्रकार से अन्य धातु का मिश्रण नहीं होता है। इसका तात्पर्य है कि इसमें केवल एक ही तरह का परमाणु होता है। तांबा धातु विद्युत इस सुचालकता के क्रम में यह चाँदी के बाद दूसरे स्थान पर आता है। इसमें एक लालिमा जैसी चमक होती है। यह सामान्यतः जल से अभिक्रिया नहीं करता है। 
आइये देखते हैं 

तांबे के बर्तन में खाना खाने के बेहतरीन फायदे-

-तांबे की धातु में कीटाणुरोधी गुण होता है इसलिए इसमें खाना बनाने व खाने से खाने में मौजूद कीटाणु समाप्त हो जाते हैं। इससे शरीर की इम्युनिटी बेहतर होती है, हमारा शरीर अनेक प्रकार की बिमारियों से बचा रहता है।

-तांबे के बर्तन में भोजन करने से काॅपर, जिंक, आयरन आदि की आवश्यकताओं को पूरा करने में भी सहायता मिलती है।
-तांबे के बर्तन में खाना खाने से उसका टैस्ट बेहतर हो जाता है, क्योंकि इसमे खाने से अच्छी खुश्बू आती है।

-तांबे के बर्तन में खाना खाने से पाचन शक्ति मजबूत होती है, रात्रि में तांबे के बर्तन में रखा गया पानी पीने से पाचन शक्ति मजबूत होती है, लड़कियों व महिलाओं की मासिक धर्म की अनियमितता को भी यह दूर करता है। परन्तु यह ध्यान रखें कि पानी को केवल 8-10 घंटे तक ही रखें, दो-तीन दिन इसमें रखा गया पानी जहरीला हो जाता है।

तांबे (Copper) के बर्तन में खाना खाने के बेहतरीन फायदे!


-तांबे के बर्तन में खाना खाने से शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या बढ़ जाती है। इससे स्वास्थ्य बेहतर होता है।

-तांबे के बर्तन में भोजन करने से हड्डियां स्ट्रांग होती है। साथ ही तांबे के बर्तन में भोजन करने से वजन कम करने में सहायता मिलती है।
-तांबे के बर्तन में खाना खाने से हमारा रक्त शुद्ध होता है इससे स्किन चमकदार होती है, साथ ही आंखों की रोशनी भी बढ़ती है।

-तांबे के बर्तन में भोजन करने हमारा पाचन तंत्र मजबूत होता है, पेट की अनेक समस्याओं गैस, एसिडिटी, अपच आदि को यह दूर करता है

तांबे (Copper) के बर्तन में खाना खाने के बेहतरीन फायदे!

तांबे के बर्तन में खाना बनाने से नुकसान /तांबे में क्या नहीं खाना चाहिए?

-तांबे के बर्तन में खट्टी चीजें जैसे अचार, दही, मट्ठा, जूस आदि खाने से नुकसान हो सकता है, आपको फूड पाॅयजनिंग हो सकती है।

तांबे का पानी कब नहीं पीना चाहिए?

-यदि आपको एसिडिटी की समस्या रहती है तो आपको तांबे के बर्तन में रखा पानी नहीं पीना चाहिए, ये आपकी एसिडिटी की समस्या को और बढ़ा सकता है।

-यदि आप हार्ट के पैसेंट हैं तो भी आपको तांबे में रखा पानी पीने से पहले अपने डाक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

-यदि आप तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी पीते हैं तो दिन में एक या दो बार ये ज्यादा ना पीयें क्योंकि इससे आपकी बाॅडी में तांबे की मात्रा बढ़ने से आपको उल्टी, दस्त, उबकाई आदि की समस्या हो सकती हैं।
-यदि आप तांबे के बर्तन में रोज पानी पीते हैं तो इसे रोज साफ करके ही इसमें नया पानी भरें।

-यदि आप तांबे के बर्तन में पानी पीते हैं तो इसमें नींबू मिलाकर पानी बिल्कुल न पीयें इससे आपको नुकसान हो सकता है।

-कुछ लोगों को तांबे के बर्तन में भोजन करने से एलर्जी की समस्या भी हो सकती है अतः इसके लिए अपने डाक्टर से सलाह लेकर इसका प्रयोग करना चाहिए।

तांबे (Copper) के बर्तन में खाना खाने के बेहतरीन फायदे!


आपके कुछ प्रश्नों के उत्तर-

तांबे में क्या नहीं खाना चाहिए?

तांबे के बर्तन में खट्टी चीजें जैसे अचार, दही, मट्ठा, जूस आदि खाने से नुकसान हो सकता है, आपको फूड पाॅयजनिंग हो सकती है।

तांबे का पानी कौन नहीं पी सकता?/ तांबे का पानी कब नहीं पीना चाहिए?

ऐसे व्यक्ति जिन्हें एसिडिटी की समस्या है, या ऐसे व्यक्ति जिन्हेे हार्ट की समस्या है उन्हें डाक्टर की सलाह के बिना तांबे में रखा गया पानी नहीं पीना चाहिए।

तांबे के बर्तन में कितने घंटे पानी रखना चाहिए?

तांबे के बर्तन में पानी को केवल 8-10 घंटे तक ही रखें, दो-तीन दिन इसमें रखा गया पानी जहरीला हो जाता है।

तांबे से कौन सा रोग होता है?

तांबे से एक आनुवंशिक किस्म की दुर्लभ बिमारी ‘‘विल्सन’’ होती है, जो इन्सान के लीवर, आंखों, मस्तिष्क आदि को नुकसान पहुंचा सकती है।

क्या तांबे के पानी से एसिडिटी होती है?

बिल्कुल यदि आपको पहले से एसिडिटी की समस्या है तो आपको तांबे के पानी से एसिडिटी बढ़ सकती है।

क्या तांबे के बर्तन में दूध पीना चाहिए?

तांबे के बर्तन में दूध नहीं पीना चाहिए, दूध भी दही की तरह तांबे में विपरित प्रतिक्रिया देता है जिससे शरीर को नुकसान हो सकता है।

नोट-विभिन्न आयु, वय, स्वास्थ्य स्थिति के लिए किसी जानकार या डाक्टर की सलाह से ही उपरोक्त उपायों को प्रयोग में लाना चाहिए।

तो  साथियों आपको ये आलेख कैसा लगा, कमैंटस करके बताना न भूले, और यदि आप नित्य नये आलेख प्राप्त करना चाहते हैं तो मुझे मेल करें। अगले आलेख तक के लिए मुझे आज्ञा दीजिए नमस्कार जयहिन्द।    प्रस्तुति- संजय कुमार गर्ग, sanjay.garg2008@gmail.com

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