हमारे ग्रंथ कहते ब्रह्मा जी ने जब सृष्टि की रचना की तो सबसे पहले कीट-पतंगों और जानवरों को बनाया था, ताकि उनके गुण-अवगुण, व आदतों को परख सकें। उसके बाद अच्छी प्रकार शोध करके उन्होंने इंसान का निर्माण किया ताकि वह ब्रह्माण की एक श्रेष्ठ रचना कर सकें। इस किंदवती को और भी बल तब मिल जाता है जब हम वैज्ञानिकों को देखते हैं, कोई दवा या शोध वह सबसे पहले पशु-पक्षियों पर ही करते हैं उसके परिणाम देखकर ही वह उसका परीक्षण इंसानों पर करते हैं। हमारे प्राचीन शोधकर्ता ऋषियों और महर्षियों ने भी जानवरों की गतिविधियों को अच्छे से देखा और फिर एक जानवरों पर आधारित एक विज्ञान बनाया जिसे शकुन विज्ञान कहा गया। इनमें उल्लू तंत्र, कौवा तंत्र, आदि भी आते हैं जिनमें से अधिकतर तंत्र के ग्रंथ आक्रांताओं ने जला डाले। श्रुत परम्परा से जो कुछ शेष बचा है तो उनमें से काफी कुछ शोध करने लायक है, उसे आंखे मूंदकर स्वीकार नहीं किया जा सकता। कुत्ते से संबंधित शकुन मैं आपको अंधविश्वासी बनाने के लिए नहीं दे रहा, बल्कि आपके ज्ञान में वृद्धि करने के लिए दे रहा हूं, मेरी अपनी व्यक्तिगत राय है कि इन पर आंख मिचकर विश्वास न किया जाये।
यह निर्विवाद है कि पशु-पक्षी हमारे जीवन का अभिन्न अंग हैं, इनमें खतरों या स्थितियों को पहले ही पहचान करने की अद्भुत शक्ति होती है, ये भी सत्य है। साथ ही ये हमारे मूक (गूगे) समर्थक व हमारे कल्याण की सोचने वाले होते हैं परन्तु हम इनकी बातों और इशारों को नहीं समझ पाते। आइये समझते हैं कुत्ते आपसे क्या कहना चाहते हैं।
कुत्ते से जुड़े कुछ शकुन-अपशकुन/कुत्ते के शगुन/कुत्ते के शुभ संकेत क्या हैं?
-खलियान या अनाज संग्रह के स्थान को यदि कुत्ता अपने पंजे से खोदने लगे तो यह धन प्राप्ति का संकेत माना जाता है।
-यदि आप यात्रा पर जा रहे हैं आपका पालतू कुत्ता आपके पैरों पर लौटने लगे या वह खुश दिखायी दे तो यह आपके कार्य के सफल होने का संदेश है।
-संतान की प्राप्ति के इच्छुक पति-पत्नि को यदि कुत्ता घर के बाहर से मुंह में फल या सब्जी का टुकड़ा लिये हुए मिले तो यह आपको पुत्र प्राप्ति का संकेत है।
-यदि आप यात्रा पर जा रहे हैं आपका पालतू कुत्ता आपके पैरों पर लौटने लगे या वह खुश दिखायी दे तो यह आपके कार्य के सफल होने का संदेश है।
-संतान की प्राप्ति के इच्छुक पति-पत्नि को यदि कुत्ता घर के बाहर से मुंह में फल या सब्जी का टुकड़ा लिये हुए मिले तो यह आपको पुत्र प्राप्ति का संकेत है।
कुत्ते के अशुभ संकेत क्या हैं?
-यदि आप कहीं बैठे हुए किसी काम के बारे में सोच रहे हैं और कुत्ता अपना सिर पिछले पंजे से खुजलाये तो आपको सोचा हुआ कार्य पूरा होता है।
-परन्तु यदि कुत्ता अपने बाएं पैर से अपना बायीं ओर के हिस्से को खुजलाये जो माना जाता है आपका सोचा हुआ कार्य पूरा नहीं होगा।
-कहा जाता है यदि स्वस्थ कुत्ता उल्टी करने लगे तो अशुभ की सूचना देता है।
-कहा जाता है कि परीक्षा या साक्षात्कार के लिए जाते समय यदि आपके बायीं ओर से कुत्ता गुजरे तो विफलता का संकेत मिलता है।
-यदि अनेक कुत्ते एक साथ रोये तो गली या मौहल्ले के किसी बड़े व्यक्ति की मृत्यु का संकेत हो सकता है।
-यदि पूंछ कटा या कान कटा कोई कुत्ता किसी ‘रोगी या बीमार’’ को खुजली करता हुआ दिखायी दे तो यह अच्छा शकुन नहीं माना जाता है।
-यदि किसी घर का पालतू कुत्ता घर की दीवार को खोदने का प्रयास करें तो घर में चोरी होने का भय होता है।
-यदि कुत्ता अपने मालिक को देखकर बार-बार भौंके तो मालिक के बीमार होने का संकेत हो सकता है।
-किसी यात्रा पर जाते समय यदि आपका कुत्ता आपके दोनों हाथों को सूघें तो आपको यात्रा में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।
-यदि स्वस्थ कुत्ते की एक आंख से पानी गिरें तो घर में कोई दुखद घटना हो सकती है।
-यदि कुत्ता जूते को मुंह में दबाकर भागे तो धन हानि का भय होता है।
तो साथियों आपको ये ये आलेख कैसा लगा कमैंटस करके बताना न भूले, अगले आलेख तक के लिए मुझे आज्ञा दीजिए नमस्कार जयहिन्द।
प्रस्तुति: संजय कुमार गर्ग, वास्तुविद्, एस्ट्रोलोजर
sanjay.garg2008@gmail.com
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