घर के सामने आनी वाली बाधाओं या रूकावटों को वेध Obstacles कहा जाता है। जिससे जीवन में बाधाएं व परेशानियां उत्पन्न होती हैं। यदि आपके घर का वास्तु ठीक है परन्तु आपके घर के सामने यदि निम्न चीजें हैं तो ये आपके जीवन में समस्याऐं तो देती ही हैं साथ ही आपकी प्रगति, उन्नति को भी रोक देती हैं। अब हम देखते हैं कि घर के सामने कौन सी चीजें हमारी उन्नति में बाधायें उत्पन्न करती हैं।
वास्तु वेध: समस्याएं देती हैं घर के सामने ये चीजें
द्वार वेध- Obstacles in front of Gate
1-घर के मुख्य द्वार के सामने चौराहा, कुआं, तालाब, गटर, दूसरे मकान का कोना, दूसरे मकान की सीढ़ियां, बड़ा वृक्ष या खंभा आदि नहीं होना चाहिए।
-वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के सामने वृक्ष होने से घर के बच्चों में दोष, ऐश्वर्य का नाश होता है।
-घर के सामने कीचड़ होने से शोक होता है। मन उदास, टेशन में रहता है।
-घर के सामने जलप्रवाह होने से व्यर्थ के खर्चों का बढ़ावा मिलता हैं।
-घर के समाने खम्भा होने से स्त्रियों में दोष उत्पन्न होते हैं व दुर्भाग्य की प्राप्ति होती है।
-कील वेध होने से आग लगने का भय होता है।
-घर के समाने दूसरे का दरवाजा होने से धन-धान्य का नाश होता है।
-मकान के सामने गड्डा होने से कलह, विरोध, तथा धन का अपव्यय होता है।
-घर के समाने श्मशान होने से भूत-प्रेतों का आतंक व भय होता है।
-घर के सामने शिला या पत्थर होने से शत्रुता व पथरी-रोग होने का भय होता हैै।
-किसी मकान का कोना होने से दुर्गति तथा मृत्यु का भय होता है।
2-मकान के मेन गेट के सामने गाय, बकरी या कोई अन्य जानवर बांधने की खूंटी नहीं होनी चाहिए। इस कील वेध कहते हैं।
3-घर के दरवाजे खोलते या बंद करते समय आवाज नहीं करने चाहिए। इसे स्वर वेध कहते हैं।
4-घर के द्वार के सामने मेनहोल, कुआं, पानी की हौदी या पानी की टंकी भी नहीं होनी चाहिए। यदि आपके मकान की छाया टंकी पर पड़ती है तो यह अशुभ माना जाता है इसे कूप वेध कहते हैं।
5-वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के सामने ब्रह्मा के मन्दिर का द्वार हो तो कुल का नाश होता है। महादेव या सूर्य का मन्दिर हो तो गृहस्वामी के लिए यह अशुभ होता है।
6-घर के मुख्य द्वार के ठीक सामने कोई टूटा-फूटा खंडहरनुमा मकान हो तो यह भी शुभ नहीं होता। इससे घर में अशान्ति होती है।
निम्न अवस्थाओं में द्वार वेध का दोष नहीं होता-
1-घर की ऊंचाई से दुगुनी भूमि का छोड़कर यदि कोई वेध है तो उसे वेध का दोष नहीं मानते हैं। माना आपकी घर की ऊंचाई 20 फुट है और आपके घर से 20 फुट की दूरी से दूर निम्न से बताया गया वेध स्थित है तो उसे वेध नहीं माना जाता।
2-यदि घर और वेध वस्तु के बीच मे राजमार्ग हो तो भी वेध का दोष नहीं होता।
3-यदि वेध वस्तु घर के सामने न होकर साइडों में या पीछे हो, तो भी वेध का दोष नहीं माना जाता।
छायावेध- Obstacles of shadow
घर पर किसी वृक्ष की छाया प्रातः 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक नहीं पड़नी चाहिए। ऐसा होने से घर के बच्चों में दोष, बुराईयां उत्पन्न होने का भय रहता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार किसी मन्दिर की छाया भी घर पर नहीं पड़नी चाहिए, यह भी शुभ नहीं माना जाता है। माना जाता है इससे कुल का नाश होता है और बच्चों में दोष उत्पन्न हो जाता है।
वास्तु कहता है कि मन्दिर के ध्वज की छाया भी घर पर नहीं पड़नी चाहिए। ये भी मकान मालिक के लिए अशुभ होता है।
घर के सामने स्तंभ, स्मारक या स्तूप भी नहीं होना चाहिए। इसकी छाया भी प्रातः 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक घर पर नहीं पड़नी चाहिए।
यह भी सनद रहे कि यदि घर के साइडों में या फिर घर के पिछले हिस्से में छाया पड़ती है तो उसे छाया वेध नहीं माना जाता। अर्थात उसमें कोई दोष नही हैं।
उपरोक्त आलेख में हमने पढ़ा कि घर के सामने कौन सी चीजें जीवन में समस्याएं देती हैं, उन समस्याओं के बारे में विस्तार से जाना, साथ ही हमने पढ़़ा कि कौन सी स्थिति में वेध नहीं माना जाता है, अर्थात उपरोक्त चीजें समस्याएं नहीं देती हैं।
पाठकों को इस संबंध में कोई और जिज्ञासा हो तो वास्तु के मेरे और आलेख पढ़े, मुझे कमैंटस करें या फिर मुझे मेल कर सकते हैं।
प्रस्तुति: संजय कुमार गर्ग, वास्तुविद्, एस्ट्रोलाॅजर मो0 6396661036 / 8791820546 (Wh.)
कोई टिप्पणी नहीं :
एक टिप्पणी भेजें
आपकी टिप्पणी मेरे लिए बहुमूल्य है!