एसिडिटी एक आम समस्या बन गयी है इसका पहला कारण है, हमारा अधिकतर काम बैठे बैठे ही होता है, फिजीकल वर्क ना के बराबर रह गया है, इसलिए हमारा शरीर भोजन को ठीक प्रकार से पचा नहीं पाता और हमें एसिडिटी की समस्या होने लगती है। दूसरा कारण हमारा आहार है। आजकल हमारा आहार-भोजन बदल गया है, हम फास्ट फूड, तली भूनी चीजों का ज्यादा मात्रा में सेवन कर रहे हैं। इसके कारण भी एसिडिटी का समस्या पैदा हो रही है। एसिडिटी के अन्य कारणों में अधिक तनाव, अनिद्रा, ज्यादा खाना, अनियमित समय पर खाना भी होते हैं।
आज मैं आपको बिना दवा के एसिडिटी कैसे ठीक करें के बारे में बता रहा हूं यदि आप इन पर नियमित चलेंगे तो आपकी एसिडिटी की समस्या दूर हो जायेगी।
बिना दवा के एसिडिटी कैसे ठीक करें?
1-सुबह उठते ही 2 से 3 गिलास पानी पीऐं, उसके बाद कम दूध की चाय लें, उसके साथ भीगे हुए 5-6 बादाम छिलका उतार कर खायें।
2-अदरक पाचन तंत्र को सुधारता है साथ ही यह पेट के एसिड को भी नियंत्रित करता है, एक कप चाय में आधा चम्मच अदकर का रस मिलाएं या फिर अदरक का एक टुकड़ा पानी में उबालकर पीएं, ऐसा दिन में दो-तीन बार करें।
3-नींबू में सिट्रिक एसिड का गुण पाया जाता है परन्तु यह पेट के एसिड को नियंत्रित करता है। एक गिलास गर्म पानी में आधा नींबू निचोड़ कर पीये। इस पानी का सेवन सुबह खाली पेट करना है। एसिडिटी की समस्या में आराम मिलेगा।
4-तुलसा जी के पत्ते एसिडिटी में रामबाण औषधि का काम करते हैं। सुबह खाली पेट तुलसी के 5-6 पत्ते पानी से निगल लें या फिर तुलसी की चाय बना कर उसका सेवन करें, जल्दी आराम मिलता है। यह भी ध्यान रखें कि इस उपाय को रविवार के दिन व एकादशी वाले दिन नहीं करना है क्यांेकि इन दिनों में तुलसा जी को छूना भी वर्जित है।
5-जीरा पाचनतंत्र में सुधार लाने का एक घरेलू उपाय है। आजकल तो एसिडिटी दूर करने के लिए जीरे का पाउडर बाजार में आने लगा है। एक चम्मच जीरे को तवें पर भूने और उसे गर्म पानी या चाय के साथ सटक लें, फोरन आराम मिलता है।
6-दही को अपने दोपहर के भोजन में नियमित रूप से सम्मिलित करें। दही पाचन तंत्र का सुधारने के साथ-साथ एसिडिटी की समस्या को भी दूर करती है।
7-सौंफ भी पाचन तंत्र को दुरूस्त करती है। खाने के बाद एक चम्मच सौंफ खाने की आदत डालें, या फिर दिन में सौंफ की चाय पियें। यह आपके एसिडिटी के साथ-साथ पेट में गैस की समस्या को भी दूर करती है।
8-पुदीना भी पाचन को सही करने के साथ-साथ एसिडिटी को दूर करने में हमारी सहायता करता है। आजकल बाजार में पुदीने की गोलियां भी उपलब्ध है। पुदीना की चाय दिन में 2-3 बार बनाकर पीयें, एसिडिटी से राहत मिलती है।
9-सेब का सिरका भी पाचन में हमारी सहायता करता है। एक चम्मच सेब का सिरका एक गिलास पानी में मिलाएं आपको एसिडिटी से तुरन्त राहत मिलेगी।
10- 5-6 बादाम रात को पानी में भिगो दें, सुबह उनका छिलका उतार कर खाये। ऐसा करने से भी आपके पेट का एसिड रिमोव होता है।
11-केले का सेवन करना भी एसिडिटी से बचाव का अच्छा उपाय है।
12-सुबह 2-3 गिलास पानी बिस्तर से उठते ही लें, उसके बाद दिनभर में भी पानी का सेवन करते रहे यानि अपने शरीर को हाइडेªट रखें इससे आपका पाचन तो बेहतर होता ही है साथ ही आपकी एसिडिटी की समस्या भी दूर होती है।
13-भोजन समय से व नियमित रूप से करें और देर रात को भारी खाने से बचने का प्रयास करें। थोड़ा-थोड़ा भोजन करें ताकि उसे पचने में आसानी रहे।
14-धूम्रपान और शराब के अत्यधिक सेवन से बचें। ये दोनों ही एसिडिटी को बढ़ावा देते हैं।
योग के उपाय
यदि आप योग में रूचि रखते हैं तो कुछ योगासन व व्यायाम करके भी आप अपनी एसिडिटी की समस्या को दूर कर सकते हैं।
एसिडिटी को बाहर कैसे निकाले?
-एसिडिटी को बाहर निकालने के लिए योग की ‘‘कुंजल क्रिया’’ करें अर्थात एक लोटा पानी पीने के बाद उसे उल्टी कर दें, यह हठयोग के षटसाधनों में से एक क्रिया है, इससे पूरे पेट से लेकर गले तक की सफाई हो जाती है। पेट की एसिडिटी उल्टी के साथ बाहर निकल आती है। पेट की अन्य बिमारियों के लिए भी ये एक बेहतरीन उपाय है।
-खाने के बाद वज्रासन में बैठे। योग के सभी आसनों में खाना खाने के बाद भी किये जाने वाला ये एक मात्र आसन है। वज्रासन मेें बैठने से पेट की व्याधियों से छुटकारा मिलता है साथ ही एसिडिटी की समस्या भी दूर होती है।
-इसके अलावा खाली पेट मडूकासन, मयूरासन आदि भी किये जा सकते हैं। परन्तु ये आसन किसी योग्य योगाचार्य की देखरेख में ही किए जाने चाहिए।
रात में एसिडिटी होने पर क्या करें?
रात में अचानक एसिडिटी बन जाये तो बायीं करवट सोयें इससे आपका सूर्य स्वर चलने लगेगा और आपका बिना पचा भोजन पचने लगेगा इससे आपको एसिडिटी में राहत मिलती है। सिर का तकिया थोड़ा सा ऊंचा रखें।
इस प्रकार हम एसिडिटी की समस्या को बिना दवा के केवल घरेलू उपाय से आसानी से दूर कर सकते हैं। यदि आप घरेलू उपाय भी नहीं करना चाहते तो मैंने विकल्प के रूप में योग के उपाय भी बतायें है। लेकिन यदि आपकी समस्या गंभीर हो गयी हो तो आपको अपने डाॅक्टर से सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
तो साथियों आपको ये आलेख कैसा लगा, कमैंटस करके बताना न भूले, और यदि आप नित्य नये आलेख प्राप्त करना चाहते हैं तो मुझे मेल करें। अगले आलेख तक के लिए मुझे आज्ञा दीजिए नमस्कार जयहिन्द।
प्रस्तुति- संजय कुमार गर्ग, sanjay.garg2008@gmail.com Whats-app 8791820546
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