साथियों! टोटके का नाम सुनकर कुछ बुद्धिजीवी नांक-भौं सिकोड़ते हैं, और इन्हें अन्धविश्वास मानते हैं, हो सकता है ये उनकी नजर में हो, परन्तु मेरे विचार उनसे भिन्न हैं। वेद उक्ति है विश्वासो फलदायकः अर्थात विश्वास से ही फल की प्राप्ति होती है। वो हमारे माता-पिता हैं वो ईश्वर हैं केवल विश्वास ही है अन्यथा हमें क्या पता माता-पिता और ईश्वर का?? अतः विश्वासो वाली उक्ति पर ही विश्वास करके यदि आप ये उपाय करेंगे तो सफलता अवश्य मिलती है, अन्यथा कुछ नहीं है।
लम्बी बीमारी से बचने के आजमायें हुए टोटके/उपाय
नीचे दिये गये उपायों को करने से पहले इस लेख के अंत में दी गयी कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए, नहीं ये तो ये टोटके केवल टोटके ही रह जायेंगे इनका कोई प्रभाव नहीं पडे़गा।
1-अपने परिवार के सदस्यों की तुलना में कुछ अधिक मीठे पराठें बनाकर माह में एक बार कुत्तों को व कौओं को जरूर डाले, हो सके तो यह उपाय प्रत्येक माह की अमावस्या को करें।
2-सीताफल या कहिये पेठा जो अन्दर से खोखला हो वर्ष में चार बार किसी धर्म स्थान पर रखें। ये उपाय ऋतु परिवर्तन के समय करें, ज्यादा लाभ मिलेगा।
3-बीमार व्यक्ति के सिरहाने पांच का तांबे वाला सिक्का प्रत्येक रात्रि को रखें, सुबह उसे जमादार को दे दें।
4-जब कभी भी आप श्मशान के पास से गुजरे तो कुछ पैसे श्मशान घाट के अंदर डाल दें, यदि बीमार व्यक्ति डालें तो और भी ज्यादा लाभ मिलता है।
5-यदि आप कान से संबंधित बिमारी से जूझ रहे हों तो काले-सफेद तिल, काले और सफेद कपड़े में बांधकर जंगल में किसी सुनसान स्थान पर दबा दें, लाभ मिलेगा।
6-यदि आप हाईब्लड प्रेशर की बीमारी से जूझ रहें हैं, (वैसे तो यह एक सामान्य बीमारी बनती जा रही है) तो रात में अपने सिरहाने पानी का गिलास भर कर रखें, और सुबह उस पानी को पौधों या गमलों में डाल दें, बहुत जल्दी लाभ मिलता है, एक बार आजमा कर अवश्य देखें।
7-यदि आप को आंखों में पीड़ा हो, वो ठीक ना हो रही हो, शनिवार के दिन 4 सूखे नारियल या फिर खोटे सिक्के बहते पानी या नदी आदि में प्रवाहित कर दें, लाभ मिलेगा।
8-शुगर, मूत्र रोग, जोड़ों के दर्द में काले कुत्ते को रोज दूध-रोटी आदि खिलायें लाभ मिलता है। इस उपाय को करने से शत्रु भी आपसे दूर रहने लगते हैं या कहिये डरने लगते हैं।
9-यदि किसी का ज्वर न उतर रहा हो पांच दिन लगातार गुड़ और जौ, सायंकाल पांच बजे के समय किसी मंदिर में रखें, इससे फोरन लाभ मिलता है।
10-किसी भी अस्पताल में बीमारों की सेवा करें या वहां पर धनादि का दान करना चाहिए।
ध्यान रखने योग्य बातें-
1-जिस उपाय (नं0 3,6,8) में दिनों के बारे में नहीं बताया है उन्हें कम से कम चालीस दिन लगातार करें। तभी इनका सही लाभ मिलता है।
2-उपायों/टोटकों को करते समय डाक्टर की दी गयी दवाईयां या सलाह का पूरी तरह पालन करना भी आवश्यक है, डाक्टर की सलाह व दवाईयों में कोई कोताई नहीं बरतनी चाहिए।
3-इन उपायों को करने से पहले या करने के बाद किसी को नहीं बताना चाहिए, यानि अनटोक किया जाना चाहिए। अन्यथा इनका प्रभाव समाप्त हो जाता है।
4-पीपल या श्मशान के बताये गये उपायों को करके वहां से जाते समय पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहिए।
5.इन उपायों में दो या तीन उपाय करें, इनमें से नित्य किये जाने वाले एक उपाय के साथ-साथ, कभी-कभी किये जाने वाले दो उपाय चुन लें।
अगले आलेख तक के लिए मुझे आज्ञा दीजिए, नमस्कार! जय हिन्द!
प्रस्तुति: संजय कुमार गर्ग, एस्ट्रोलाॅजर, वास्तुविद् 8791820546 Whatsapp
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