सिंघाड़ा खाने के अद्भुत लाभ! : Water Chestnut amazing benefits


सिंघाड़ा एक जलीय फल होता है, सिघाड़े का पानी के अंदर एक बेलनुमा पौधा होता है। सिंघाड़ा पानी के अंदर रहता है जबकि इसकी बेल पानी के ऊपर तैरती रहती है। सिंघाड़ा भारत चीन और अन्य एशियाई देशों में पाया जाता है। अंगे्रजी में इसे 
"Water Chestnut" कहा जाता है। इसे खाने से अनेक अद्भुत लाभ प्राप्त होते हैं। भारत में व्रतों में सिंघाड़े का आटा काफी प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा इसे उबालकर, सलाद के रूप में भी खाया जाता है। इसे अधिकतर लोग कच्चा ही खाते हैं कच्चा खाने में भी ये अत्यंत स्वादिष्ट लगता है। उबालकर खाने से सुपाच्य और हल्का हो जाता है।

सिंघाड़े में क्या-क्या पोषक तत्व होते हैं?

सिंघाड़े में कार्बोहाइड्रेटस पाया जाता है जो शरीर में ऊर्जा को बनाये रखता है, इसमें फाइबर होता जो पाचन के लिए लाभदायक है, इसमें विटामिन बी6, ई तथा सी भी पाया जाता है। शरीर की अनेक प्रक्रियाओं के लिए महत्वपूर्ण खनिज पोटेशियम, मैंगनीज तथा जिंक भी सिंघाड़े में पाये जाते हैं।

सिंघाड़े के अद्भुत लाभ क्या है?

-सिंघाड़ा कम कैलोरी वाला एक खाद्य पदार्थ है, इसका सेवन करने से आपका पेट काफी समय तक भरा-भरा रहता है जिससे अधिक खाने पर नियंत्रण लगता है। जो अपना वजन नियंत्रित करना चाहते हैं उनके लिए ये एक अच्छा आहार है।

सिंघाड़े की बेल
-सिंघाड़े में मौजूद कार्बोहाइड्रेटस शरीर को इन्सटेन्ट एनर्जी देते हैं। इसलिए यह भोजन  के बीच में नाश्ते के रूप में खाना भी उपयोगी है, विशेषरूप से ऐसे समय जब आप व्यस्त हैं और आपको ज्यादा एनर्जी की जरूरत है।


-सिंघाड़े में फाइबर भी होता है जो हमारी बाॅडी के पाचन तंत्र को ठीक रखने में हमारी मदद करता है। अतः इसे खाने से हमारा पाचन तंत्र सुचारू से काम करने लगता है लगता है और हमें कब्ज से छुटकारा मिलता है।

-सिंघाड़े खाने से हमारे शरीर का कोलेस्ट्राॅल लेबल कम होता है। कोलेस्ट्राॅल लेबल ठीक रहने से ह्दय रोग का खतरा कम होता है अतः सिंघाड़ा हमारे ह्दय के स्वास्थ्य को बनाये रखने में हमारी सहायता करता है।
उबला हुआ सिंघाड़ा
-सिंघाड़े में एंटी आक्सीडेंट तत्व मौजूद होते हैं, जो हमारी बाॅडी की प्रतिरक्षा प्रणाली को सशक्त बनाते हैं। अतः सिंघाड़े का सेवन हमारे शरीर को बीमारियों से लड़ने में उसकी सहायता कर सकता है।


-सिंघाड़े में विटामिन सी होता है जो हमारी त्वचा को स्वस्थ रखने में और उसे चमकदार बनाने में हमारी सहायता करता है। यह बालों के स्वास्थ्य को भी बनाये रखने में भी हमारी सहायता करता है।

-सिंघाड़े में पानी की मात्रा (74 प्रतिशत) काफी अधिक होती है इसीलिए इसे जलीय फल भी कहा जाता है, जो हमारे शरीर में पानी की कमी को दूर करने में हमारी सहायता करता है।


-सिंघाड़े में फेट और कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है, इसलिए इसे खाने से वजन बढ़ने की संभावना नहीं होती।

सिंघाडे़ की सब्जी
-सिंघाड़ा एक ठंडा जलीय फल है अतः इसकी तासीर ठंडी होती है। सर्दी, जुकाम, खांसी आदि सर्दी की समस्याऐं होने पर इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

-सबसे अच्छी बात ये हैं कि सिंघाड़ा शुगर पेसेन्ट के लिए भी एक अच्छा फल है, यह शुगर के लेबल को कम करने में मदद करता है।

इस प्रकार हम कह सकते हैं कि सिंघाड़ा एक उपयोगी खाद्य पदार्थ है जो न कच्चा खाया जा सकता है बल्कि उबालकर, सुखाकर और सब्जी बनाकर भी इसे प्रयोग में लाया जा सकता है। अतः सही व उचित मात्रा में इसे हमें अपने आहार में शामिल करना चाहिए। जिससे हमें ऊपर बताये गये सिंघाड़ा खाने के अद्भुत लाभों की प्राप्ति हो सके।

अस्वीकरण-सिंघाडे का उपयोग करने से पहले अपनी आयु, वय, शारीरिक स्थिति को भी ध्यान में रखना चाहिए अपने डाक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए।

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