सपनें हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा हैं, ये न तो पूरी तरह काल्पनिक हैं न पूरी तरह वास्तविक, अर्थात सपनों का संसार वास्तविक और कल्पना के बीच बसी एक दुनिया है। आधुनिक मनोवैज्ञानिक इस पर रिसर्च कर रहे हैं, और रोज नये तथ्य निकल कर आ रहे हैं, ये तथ्य या फेक्ट आपके लिए रोचक तो होंगे ही साथ ही आपको आश्चर्य चकित करने वाले भी होंगे चलिए इन तथ्यों को देखते हैं-
सपनों के कुछ रोचक रहस्य!
1-साथियों! क्या आपको पता है कि हम जागने के दस मिनट बाद ही अपना 90 प्रतिशत सपना भूल जाते हैं।
2-जानवर भी सपना देखते हैं, एक अध्ययन के बाद पता चला है कि जानवर भी सोते समय इंसानों की तरह तरंगे छोड़ते हैं, जिससे पता चलता है कि वे भी सपने देख रहे हैं। यदि आपका पैट सोते समय पूंछ या पंजे हिलाये तो समझ जाइये वो भी सपने देख रहा है।
3-चार साल के बच्चे का मानसिक विकास कम होता है, इसी कारण ये सपने नहीं देख पाते।
4-सामान्यतः प्रेगनेन्ट लेडी ज्यादा सपनें देखती है संभवतः यह उनके शरीर में हार्माेस में परिवर्तन के कारण होता है।
5-एक सर्वे के अनुसार पुरूषों को ज्यादा सपनें पुरूषों के ही दिखायी देतेें हैं, लेकिन स्त्रियां अपने सपनों में पुरूषों व स्त्रियां दोनों को देखती हैं। वैसे इस बात से हम सहमत नहीं हैं।
6-वैज्ञानिकों का मानना है कि जिसका आईक्यू लेबल जितना ज्यादा होता है, वह उतने ही ज्यादा सपने देखता है।
7-साथियों आप कितनी ही कोशिश करके देख ले, आपको पता ही नहीं चलेगा कि आपका सपना कहां से प्रारम्भ हुआ था।
8-सपने में हम केवल वे ही चेहरे देखते हैं जो हम पहले कहीं न कहीं देख चुके होते हैं, चाहे टीवी में देखे हो, चाहे वास्तविकता में, क्योंकि वैज्ञानिकों का मानना है कि हमारे मस्तिष्क में कोई चेहरा अपने आप नहीं बन सकता।
9-आप सोचते होंगे कि क्या अंधे लोग भी सपने देखते हैं? तो हमारा कहना होगा हां! अन्धे भी सपने देखते हैं, परन्तु जो जन्म से अंधे होते हैं वो सपनों में छवि या पिक्चर नहीं देख पाते केवल आवाजें सुन पाते हैं या महसूस कर सकते हैं।
10-साथियों जब आप सपना देखते हैं, क्या आपको पता चलता है कि आप सपना देख रहे हैं, यदि आपका जवाब हां! में है, हां! हमें पता होता है कि हम सपना देख रहे हैं, बधाई हो!! आप दुनिया के उन चन्द लोगों में से हैं जिन्हे ल्यूसिड ड्रीमिंग होती है, इस संसार में कुछ ही लोग ऐसे हैं जो ल्यूसिड ड्रीमिंग से सपने में उड़ सकते हैं या फिर टाइम ट्रेवलिंग भी कर सकते हैं। [ल्यूसिड ड्रीमिंग पर भी मैंने एक वीडियों भी बनायी है आप चाहे तो उसे देख सकते हैं।]
11-जो लोग सपने नहीं देखते उन्हें पर्सनल्टी डिसऑडर नाम की बीमारी होती है, अतः सपने सभी को देखने चाहिए।
12-बताया जााता है कि यदि हम खर्राटे मार रहे होते हैं उस समय हम सपना नहीं देख रहे होते अर्थात खर्राटा और सपना एक साथ नहीं होते वैसे इस बात के कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं।
13-सपने हम कुछ पढ़ नहीं सकते, यदि हमें सपने में कोई किताब आदि दिखाई देती है तो उसे हम पढ़ नहीं सकते, यहां तक कि सपने में यदि हमें घड़ी भी दिखाई देती है तो उसमें हम टाईम भी नहीं देख सकते।
14-यदि आप किसी सपने से जाग गये हों और वापस उसी सपने को फिर देखना चाहते हैं तो आप आंखें बन्द करके लेट जाये और ज्यादा संभावना है कि आपका वो सपना फिर वहीं से प्रारम्भ हो जाये।
15-सबसे लम्बा सपना सुबह आता है, हम लगभग एक डेढ़़ घंटे में एक सपना देखते हैं, पूरी रात में हम लगभग 6-7 सपने देखते हैं। एक व्यक्ति अपनी जिन्दगी के लगभग 6 साल सपनें देखने में ही निकाल देता है।
16-बहुत से लोग सपना देखते समय डर जाते हैं यहां तक की अपने हाथ पैर भी नहीं हिला पाते। मनोवेज्ञानिकों की भाषा में ‘स्लीप पैरालिसिस’ कहते हैं।
17-साथियों, सपने ज्यादातर नकारात्मक ही होते हैं, जिनमे चिन्ता, क्रोध, उदासी या भय की भावना देखने को मिलती है।
18-भारतीय ज्योतिष में स्वप्न ज्योतिष के नाम से एक अलग ज्योतिष की शाखा है। जिसमें दिखायी देने वाले सपनों का अर्थ बताया जाता है या उनके बारे में भविष्यवाणी की जाती है।
19-स्वप्न ज्योतिष का मानना है कि प्रातः यानि ब्रहममुहूर्त में दिखायी देने वाले सपने अधिकतर सच होते हैं।
20-कब दिखायी देने वाले सपनें अपना फल कब तक देते हैं इस पर मैं एक अलग से आलेख लिख चुका हूं आप चाहे तो यही लिंक पर क्लिक करके उस आलेख को पढ़ सकते हैं।
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