हाई ब्लड प्रेशर योगासन से कंट्रोल करें!

हाई ब्लड प्रेशर योगासन से कंट्रोल करें!

पश्चिमोत्तान आसन

प्रिय साथियों! इस भाग-दौड़ भरी जिन्दगी में हम किस बात को लेकर तनाव में आ जाते हैं इसका पता ही नहीं चलता, और यह तनाव अचानक ही हमें ब्लड प्रेशर का मरीज बना जाता है, शायद इसी कारण इसे ‘‘सायलेंट किलर’’ भी कहा जाता है। डाक्टर को दिखाने पर मिली दवाईयां हमें फोरन राहत तो दे देती हैं, परन्तु हम धीरे-धीरे इन दवाईयों के आदि हो जाता हैं और इन दवाओं का साइड इफैक्ट अलग से शुरू हो जाता है। अतः हमें ब्लड प्रेशर से बचने के लिए योग का आश्रय लेना चाहिए, जो बिना साइड इफेक्ट के इस रोग को काबू में रखता है।

हाई ब्लड प्रेशर योगासन से कंट्रोल करें!


साथियों! हम प्राणायाम या योगासन से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर सकते हैं, परन्तु हमें योगासन के साथ प्राणायाम का अभ्यास भी करना चाहिए, क्योंकि प्राणायाम ही हमारे शरीर की सारी नसों में ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करता है तथा ब्लाॅक नसों को खोलता है और हमें हार्ट अटैक के संभावित खतरों से बचाता है। आइये पहले योगासनों को देखते हैं-

पश्चिमोत्तान आसन-

हाई बलड प्रेशर से हमारी धमनियां सिकुड़ने लगती हैं, जिससे हमें हार्ट अटैक या स्टोक का खतरा बढ़ जाता है, यह आसन हमारी धवनियों की सिकुड़न का दूर करके इन्हें लचीला बनाता है, जिससे ब्लड प्रेशर का खतरा कम होता है।

विधि-

जमीन पर चादर आदि बिछा कर बैठ जाइये, दोनों पैर सामने की ओर फैलाइये, दोनों पैरों को आपस में मिलाइयें, इसके बाद दोनों हाथ और एक सीध में ऊपर की ओर उठाये, हथेलियां सामने की ओर रहे, अब धीरे-धीरे दोनों पैरों के अंगूठों को पकड़ने का प्रयास कीजिए, उसके बाद सिर को घुटनों पर ले जाइये।

प्रारम्भ में आप अंगूठे व सिर को आपस में नहीं मिला पायेंगे, जितना कर सकें उतना करें, यदि आपके हाथ पैंरों को ही छू पाते हैं तो केवल उन्हें हीं छूयें, धीरे-धीरे यह आसन होना प्रारम्भ हो जायेगा। इस आसन को करने में जल्दबाजी न करें। 

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अधोमुख श्वान आसन

अधोमुख श्वान आसन-

यह आसन हमारी पीठ, कमर, कंधों की थकान व तनाव को दूर करता है। क्योंकि जितने हम तनाव व थकान से दूर होते हैं, ब्लड प्रेशर का खतरा उतना ही कम होता है। अतः इस आसन को भी हमें अपने दैनिक योग में सम्मिलित करना चाहिए।

विधि-

पैंरों के बीच में थोड़ा सा फासला रखकर खड़े हो जायें, धीरे-धीरे सांस को अंदर लेते हुए अपने दोनों हाथों को ऊपर उठायें, अब धीरे-धीरे सांस को छोड़ते हुए हाथों को झुकाकर, अंगेजी अक्षर ‘वी’ के समान आकार बनाये और फर्श पर अपने दोनों हाथों को छुएं। (चित्रानुसार) अब सांस सामान्य रूप से लेते रहे। प्रारम्भ मे इसे कुछ सैकेण्ड ही करें।

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सेतुबन्ध आसन

सेतुबन्ध आसन-

ये आसन हमारे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करता है, ब्लड सर्कुलेशन ठीक होने से हम खुद को तरोताजा महसूस करते हैं, जिससे तनाव हमारे पास नहीं भटकता और जब तनाव नहीं होगा तो ब्लड प्रेशर भी नहीं होगा।

विधि-

अपनी पीठ के बल लेट जाइयें और अपने दोनों हाथों को बगल में रखें, अब धीरे-धीरे अपने पैरों को घुटनों से मोड़कर अपने हिप्स के नजदीक ले जायें, अपने हिप्स को फर्श से ऊपर जितना हो सके ले जायें, कुछ देर इस स्थिति में सांस को रोके रखे, और फिर धीरे-धीरे सांसों को छोड़ते हुए पहली वाली स्थिति में आ जायें। (चित्रानुसार) इस आसन को दो से पांच बार दोहराऐ।

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बाला आसन

बाला आसन-

साथियों! हाई ब्लड प्रेशर में इंसान खुद को चिड़चिड़ा और थका हुआ महसूस करता है, ऐसी स्थिति में बाला आसन हमारे दिमाग में बेवजह की थकानों व चिन्ताओं को दूर करता है, जिससे हम खुद को तरोताजा व तनावरहित महसूस करते हैं।

विधि-

सबसे पहले घुटनों के बल बैठ जाये, घुटने के बीच में थोड़ा सा अंतर कर लें, अब कूल्हों को खोलते हुए कमर को आगे की ओर मोड़े, अपनी सांसों को छोड़ते हुए अपने माथे को जमीन पर लगाये, अपने दोनों हाथों को भी जमीन पर आगे की ओर रखें, धड़ को जांघों पर दबाने का प्रयास करें।

उपरोक्त प्रत्येक आसन को करने के बाद तीन से चार मिनट तक शवासन करें। इसे आपका शरीर रिलेक्स हो जायेगा, शवासन के पश्चात ही दूसरा आसन करें।

हाई ब्लड प्रेशर योगासन से कंट्रोल करें!

शवासन

शवासन-

इस आसन का रोज पन्द्रह मिनट अभ्यास करने से दिमाग शान्त होता है और आपकी सारी चिन्ताएं समाप्त हो जाती हैं ये आसन शरीर-मन और आत्मा को नई ताजगी प्रदान करता है जिससे ब्लड प्रेशर की समस्याएं नहीं होती। यदि आप उपरोक्त आसनों को नहीं कर पा रहे हैं तो केवल शवासन ही आपकी ब्लड प्रेशर की समस्या को काफी हद तक ठीक करने में आपकी सहायता करता है।

प्राणायाम-

दिल का सांस और रक्त संचार से गहरा संबंध है। प्राणायाम सांस की गति और रक्त संचार को सामान्य रखता है। अतः हाई ब्लड प्रेशर वालों को नाड़़ी शोधन व उज्ज्यनी प्राणायाम जरूर करना चाहिए। ये दोनों प्राणायाम आपके हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को कंट्रोल रखते हैं। यदि आप के शरीर में आसन करने की सामथ्र्य नहीं है, तो आप नियमित उपरोक्त दोनों प्राणायाम का अभ्यास करके भी अपने ब्लड प्रेशर को सामान्य कर सकते हैं।

साथियों यदि आप इन आसनों व प्राणायाम का नियमित अभ्यास करेंगे तो आपकी ब्लड प्रेशर की सारी दवाईयां धीरे-धीरे छूट जायेगी और आप सामान्य व स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।

धन्यवाद, जय हिन्द! आपके बहुमूल्य कमैंटस की प्रतीक्षा में!!!
 
प्रस्तुति: संजय कुमार गर्ग, योगाचार्य, वास्तुविद्, एस्ट्रोलोजर  
sanjay.garg2008@gmail.com Whats-app 8791820546
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